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बालाघाट जिला बौद्ध संघ की कार्यकारिणी पूर्ववत्: जिला अध्यक्ष

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कटंगी (मिडिया जगत 24 ) महेश रामटेके कटंगी/तिरोङी ब्यूरो चीफ

कटंगी/बालाघाट जिला बौद्ध संघ के जिला अध्यक्ष एडव्होकट संजय खोब्रागड़े ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बालाघाट जिला बौद्ध की सभी तहसील शाखाओं की कार्यकारिणी जिसमें वारासिवनी, कटंगी, तिरोड़ी, परसवाड़ा, लालबर्रा, खैरलांजी, किरनापुर, बैहर, बिरसा एवं लांजी के अध्यक्षों से अतिशीघ्र आय-व्यय का ब्यौरा जल्द से जल्द प्रदान करने के लिए आव्हान किया है और वारासिवनी तहसील अध्यक्ष जे.एस. चौरे को पत्र जारी करते हुए बिते हुये वर्ष 2020 से संस्था में जमा राशि को पंजीयन का नवीनीकरण कराने के लिए समिति के माध्यम से प्रस्ताव समिति में जमा राशि बिना किसी विलम्ब के जमा करें । तहसील अध्यक्ष जे.एस. चौरे ने आश्वस्त किया था कि मीटिंग बुलाकर संस्था में जमा राशि संस्था के पंजीयन के नवीनीकरण हेतु जिला कार्यकारिणी को प्रदान की जायेगी ।

तहसील अध्यक्ष जे.एस. चौरे ने दिनांक 11/09/2022 को रमाबाई बौद्ध विहार वारासिवनी में बिना जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं सदस्यों को जानकारी दिये बगैर अपने मनमर्जी से मीटिंग बुलाई गई । मीटिंग बुलाने के दौरान संस्था में जमा राशि को हड़प करने की मंशा से और बालाघाट जिला बौद्ध संघ के संगठन को टुकड़ों में बांटने के लिए एक अस्थाई समिति का गठन करवाया । अधिवक्ता संजय खोब्रागड़े ने जारी बयान में बताया कि तहसील अध्यक्ष जे.एस. चौरे ने अपने पद पर रहते हुए कर्तव्य का पूर्ण रूप से पालन नहीं किया है और समता सैनिक दल के प्रदेश अध्यक्ष आर.सी. नागदेवे के साथ मिलकर बालाघाट जिला बौद्ध संघ के संगठन को तोड़ने हेतु उसके समकक्ष एक अस्थाई समिति का गठन करवाया गया है जबकि बालाघाट जिला बौद्ध संघ के संविधान के अनुसार पूर्व में कार्यरत कार्यकारिणी को भंग करने और जिला कार्यकारिणी के संबंध में निर्णय लेने का अधिकार जे.एस. चौरे एवं आर.सी. नागदेवे के पास नहीं है । उनके द्वारा प्रांरभ से ही संगठन को सदैव नुकसान पहुँचाने के प्रयास होते रहे हैं ।

अधिवक्ता संजय खोब्रागड़े ने बालाघाट जिला बौद्ध संघ के समस्त पदाधिकारियों को कहा कि बालाघाट जिला बौद्ध संघ का पंजीयन क्रमांक यथावत है, आर.सी. नागदेवे समाज में भ्रामक जानकारी उत्पन्न कर असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर समाज में द्वेषपूर्ण वातावरण निर्मित कर रहे हैं । प्रदेश अध्यक्ष समता सैनिक दल के आर.सी. नागदेवे द्वारा भूतपूर्व जिला अध्यक्ष जी.पी. हुमनेकर को सदैव परेशान एवं प्रताड़ित करते रहे हैं । जी.पी. हुमनेकर के कार्यकाल में आर.सी. नागदेवे के कृत्यों के चलते सदैव संगठन में विवादित स्थिति बनी रहती थी । संगठन में विवादित स्थिति होने के कारण तहसील बालाघाट के तहसील अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से इस्तिफा दिया । आर.सी. नागदेवे के द्वारा संगठन में सदैव विवादित स्थिति निर्मित करने के कारण भूतपूर्व जिला अध्यक्ष के कार्यकाल में तहसील शाखा बैहर, किरनापुर, लांजी, बिरसा, खैरलांजी की कार्यकारिणी ने उचित रूप से अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया और जिला कार्यकारिणी एवं सदस्यों के द्वारा उचित रूप से कार्य नहीं किया गया है । पूर्व जिला अध्यक्ष जी.पी. हुमनेकर ने आर.सी. नागदेवे की प्रताड़ना की वजह से दिनांक 24 मार्च 2019 को अपना त्यागपत्र दिया । एडव्होकेट संजय खोब्रागड़े ने बयान जारी कर कहा कि आर.सी. नागदेवे बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट के जिला अध्यक्ष बनने की महत्वकांक्षा रखते थे । अधिवक्ता संजय खोब्रागड़े के जिला अध्यक्ष बनने के उपरांत भी अपनी आदतों के अनुसार सदैव संगठन में विवादित की नई-नई स्थितियां निर्मित करते रहे हैं । वारासिवनी में जो बैठक बुलाई गई थी वह आर.सी. नागदेवे के कहने पर तहसील अध्यक्ष जे.एस. चौरे ने बैठक बुलाई और तमाम लोगों को गुमराह कर बैठक में फोन करके बुलाया । बिना किसी विधिक अधिकार के अस्थाई जिला कार्यकारिणी का गठन अपने मनमर्जी से किया । उक्त कार्यकारिणी के पदाधिकारी पूर्व से बालाघाट जिला बौद्ध संघ के सदस्य नहीं है और ना ही जिला बौद्ध संघ से उनका कोई संबंध रहा है ना कभी संगठन के प्रति समर्पित होकर कोई योगदान नहीं दिया है । एडव्होकेट संजय खोब्रागड़े ने जिला कार्यकारिणी से लेकर ग्रामीण स्तर तक की समितियों को आगामी चुनाव तक यथावत् रखने की घोषणा की है और कहा है अस्थाई समिति का बालाघाट जिला बौद्ध संघ से और समाज में दो टुकड़ों में बांटनें वालों से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है । अपने बयान में आगे कहा कि जो भी तहसील अध्यक्ष आय-व्यय का ब्यौरा ना देकर समाज की राशि को हड़पने का दुस्साहस करेगा उसे समाज कभी माफ नहीं करेगा और उसके विरूद्ध समुचित कार्यवाही की जावेगी । समाज की राशि को हड़पकर अपने नीजि स्वार्थ के लिए संगठन की रसीदों का इस्तेमाल करने वाले लोगों के विरूद्ध आपराधिक मामला पंजीबद्ध किया जावेगा ।