ब्यूरोचीफ
सुनील खोब्रगढ़े-
बालाघाट – मध्यप्रदेश शासन के आयुष एवं जल संसाधन राज्यमंत्री श्री रामकिशोर नानो कावरे ने 10 एवं 11 दिसंबर 2022 को परसवाड़ा विकासखंड के विभिन्न ग्रामों में सड़क, पुलिया एवं तालाब निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। भूमिपूजन कार्यक्रम में जनपद पंचायत परसवाड़ा के अध्यक्ष श्री समल सिंह धुर्वे, उपाध्यक्ष श्री कांतिलाल रहांगडाले, जनपद सदस्य, ग्राम पंचायत के सरपंच, पंच एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे।
आयुष मंत्री श्री कावरे ने 10 दिसंबर को ग्राम चीनी में छुई गढ़ा तालाब निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। 11 दिसंबर को उन्होंने ग्राम ठेमा में भमोड़ी मार्ग पर पुलिया निर्माण के लिए, ग्राम सिलगी(कन्हारटोला) में सीमेंट-कांक्रीट सड़क निर्माण, खलोंडी में दलखाटोला से माध्यमिक शाला पहुंच मार्ग पर पुलिया निर्माण, ग्राम मोहगांव में 03 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 05.4 किलोमीटर लंबाई की मोहगांव-भीकेवाड़ा सड़क निर्माण एवं ग्राम उड़दना में 15 लाख रुपये की लागत से बनने वाले अमृत सरोवर नवीन तालाब निर्माण के लिए भूमिपूजन किया।
भूमिपूजन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आयुष मंत्री श्री कावरे ने इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की जनता के आर्शिवाद से उन्हें प्रदेश सरकार में मंत्री बनने का अवसर मिला है। मंत्री होने के नाते अपने विधानसभा क्षेत्र में अधिक से अधिक विकास कार्य कराना और उसके लिए धन का इंतजाम करना अब उनकी जिम्मेदारी है। आज चीनी, ठेमा, सिलगी, खलोंडी, मोहगांव, उड़दना में सड़क, पुलिया, तालाब निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया है। आगे और भी ग्रामों में विकास कार्यों को अमल में लाया जायेगा। जिससे आदिवासी बाहुल्य परसवाड़ा क्षेत्र विकास के मामले में प्रदेश का अग्रणी क्षेत्र बन सकेगा। मंत्री श्री कावरे ने कहा कि परसवाड़ा में आयुष का रिसर्च सेंटर बनने जा रहा है। लामता क्षेत्र के 55 ग्रामों के लिए 146 करोड़ रुपये की सिंचाई योजना को मंजूरी मिल गई है। यदि मैं प्रदेश सरकार में मंत्री नहीं होता तो परसवाड़ा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए इतनी अधिक राशि नहीं ला पाता।
मंत्री श्री कावरे ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य 89 विकासखंडों में पेसा एक्ट लागू कर वहां के लोगों को अधिकार सम्पन्न बनाया है। इसमें परसवाड़ा विकासखंड भी शामिल है। इस एक्ट के लागू होने से ग्राम सभा तय करेगी कि उनके गांव के विकास के लिए क्या सही है और क्या गलत है। गांव में शराब दुकान खुलेगी या नहीं, गांव की खदान से कौन खनिज निकालेगा, तेंदूपत्ता किस दर पर बेचना है, गांव में कौन से काम कराना है, यह सभी निर्णय ग्राम सभा को करना है।