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किसानों को अमानक धान बीज विक्रय करने का मामला लिल्हारे कृषि केन्द्र भौरगढ़ एवं यश कृषि केन्द्र नवेगांव का बीज व्यवसाय लायसेंस निरस्त

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सुनील खोब्रागढे
(ब्यूरो चीफ)
बालाघाट– उप संचालक कृषि एवं अधिसूचित अधिकारी श्री राजेश खोब्रागड़े ने किसानों को अमानक धान बीज विक्रय करने के मामले में लिल्हारे कृषि केन्द्र भौरगढ़ एवं यश कृषि केन्द्र नवेगांव का बीज व्यवसाय लायसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। इन कृषि केन्द्रों के संचालकों को अमानक बीज के लाट के बचत स्कंद को छोड़कर शेष कंपनियों के बचत स्कंद को विक्रय करने के लिए 30 दिनों का समय दिया गया है।
बीज निरीक्षक द्वारा खैरलांजी तहसील के अंतर्गत में. लिल्हारे कृषि केन्द्र भौरगढ़ (प्रो. पंकज लिल्हारे) से 08 जुलाई 2022 को बीज उत्पादक कंपनी सोनम सीड्स टेक्नालाजी माधवपुर, हैदराबाद द्वारा उत्पादित धान बीज किस्म-पिन्टू का नमूना लेकर जांच के लिए लेकर बीज परीक्षण प्रयोगशाला जबलपुर भेजा गया था। बीज परीक्षण अधिकारी जबलपुर से 10 अगस्त 2022 को प्राप्त रिपोर्ट में बताया गया कि धान बीज किस्म-पिन्टू का मानक अंकुरण 80 प्रतिशत के विरूद्ध 64 प्रतिशत पाया गया है। जिसके कारण यह धान बीज किस्म-पिन्टू अमानक स्तर का है। बीज नमूना अमानक पाये जाने पर संबंधित लाट के धान बीज के विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और में. लिल्हारे कृषि केन्द्र भौरगढ़ के प्रो. पंकज लिल्हारे को कारण बताओ नोटिस जारी कर 30 अगस्त 2022 को समक्ष में उपस्थित होकर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा गया था। लेकिन उनके द्वारा धान बीज के संबंध में कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया और वे स्वयं भी उपस्थित नहीं हुए। जिस पर उनका धान बीज विक्रय का लायसेंस निलंबित कर 21 दिनों के भीतर अपना पक्ष प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया। लेकिन वे समय सीमा में अपना पक्ष रखने उपस्थित नहीं हुए और धान बीज के संबंध में कोई दस्तावेज भी उनके द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया। जिस पर उनका धान बीज विक्रय का लायेंयस तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।
इसी प्रकार बीज निरीक्षक द्वारा 23 जून 2022 को कटंगी तहसील के अंतर्गत बीज विक्रेता मेसर्स यश कृषि केन्द्र नवेगांव (प्रो. यशपाल राउत) के विक्रय परिसर से बीज उत्पादक कंपनी रामकृष्णा सीड्स क्रापकेयर प्रायवेट लिमिटेड, जिला करीमनगर द्वारा उत्पादित धान बीज किस्म बाहुबली-22 का नमूना एकत्र कर प्रयोगशाला जांच के लिए जबलपुर भेजा गया था। बीज परीक्षण अधिकारी जबलपुर से 26 जुलाई 2022 को प्राप्त रिपोर्ट में धान बीज किस्म बाहुबली-22 प्रयोगशाला जांच में मानक अंकुरण 80 प्रतिशत के विरूद्ध 70 प्रतिशत पाया गया। जिसके कारण धान बीज किस्म बाहुबली-22 को अमानक स्तर का माना गया और इस धान बीज के लाट के विक्रय पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया गया। अमानक धान बीज के संबंध में में. यश कृषि केन्द्र नवेगांव के प्रो. यशपाल राउत को कारण बताओ नोटिस जारी कर 08 अगस्त 2022 को समक्ष में उपस्थित होकर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा गया था। लेकिन उनके द्वारा धान बीज के संबंध में कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया और वे स्वयं भी उपस्थित नहीं हुए। जिस पर उनका धान बीज विक्रय का लायसेंस निलंबित कर 21 दिनों के भीतर अपना पक्ष प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया। लेकिन वे समय सीमा में अपना पक्ष रखने उपस्थित नहीं हुए और धान बीज के संबंध में कोई दस्तावेज भी उनके द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया। जिस पर उनका धान बीज विक्रय का लायेंयस तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।
समाचार क्रमांक/128/2348/2022/पटले