राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव तीन चरणों में 25 जून, 1 जुलाई और 8 जुलाई को मतदान कराया जाएगा
.
विशेष प्रतिनिधि
मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत के चुनावों की तारीखों का ऐलान शुक्रवार को राज्य चुनाव आयेग ने कर दिया. राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने मीडिया को बताया कि 25 तारीख तक राज्य शासन ने हमें रिजर्वेशन करके दे दिया था. 26 तारीख से हमारा हफ्ता शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि हमें 26 मई से 1 जून के बीच पंचायत और नगर निगम चुनाव डिक्लेयर करने ही हैं. इसके साथ ही प्रदेश में आर्दश चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है.
तीन चरणों में होंगे पंचायत चुनाव
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पंचायत चुनाव तीन चरणों में 25 जून, 1 जुलाई और 8 जुलाई को मतदान कराया जाएगा. नगरीय निकाय चुनाव के तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा. पंचायत चुनाव का मतदान बैलेट पेपर से होगा. मतदान सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक कराया जाएगा. तीन चरण में चुनाव में होंगे. पहले चरण में 115 जनपद के 8702 ग्राम पंचायतों में चुनाव कराए जाएंगे. दूसरे चरण में 106 जनपदों के 7661 ग्राम पंचायतों के चुनाव होंगे. तीसरे चरण में 92 जनपद पंचायत की 6649 ग्राम पंचायत के चुनाव होंगे
पंचायत चुनाव के लिए मसक्कत
एमपी पंचायत चुनाव के मद्देनजर प्रदेशभर में तैयारियां चल रही हैं. प्रशासन भी सफलतापूर्वक चुनाव संचालन के लिए पूरी तरीके से तैयार है. दरअसल मप्र राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला पंचायत, जनपद पंचायत, सरपंच और पंच के लिए चुनाव चिन्हों को अधिसूचित किया है. अलग-अलग पदों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने चिन्हों को तय किया है.
जिला पंचायत के सदस्य के लिए ये होंगे चुनाव चिन्ह
तीर कमान, दो पत्तियॉं, ऊगता सूरज, पतंग, छाता, गाड़ी, लालटेन, फावड़ा और बेलचा, बिजली का बल्ब, सिलाई की मशीन, हाथ चक्की, टेबल पंखा, स्लेट, रेडियो, हारमोनियम, दो तलवार और एक ढाल, पिचकारी, मटका, अंगूठी, बल्ला, चाबी, मोमबत्तियॉं, कढ़ाई, सीटी, सिर पर टोकरी सहित औरत, लड़का-लड़की, नाव, बेंच, गैस सिलेण्डर, गैस स्टोव, सिगड़ी, संडसी, गैस बत्ती, गुब्बारा, मेज, कुर्सी, मोरपंख, पीपल का पत्ता और सूरज मुखी
जनपद पंचायत के सदस्य के लिये
ब्लैक बोर्ड, बरगद का पेड़, झोपड़ी, ट्रैक्टर चलाता हुआ किसान, तराजू, फसल काटता हुआ किसान, मशाल, अलमारी, छत का पंखा, टेलीविजन, रेल का इंजन, टेलीफोन, डीजल पंप, प्रेशर कुकर, कप प्लेट, लेटर बाक्स, आरी, कंघी, ढोलक, ड्रम, भोंपू, चारपाई और दरवाजा
सरपंच के लिये चुनाव चिन्ह
चश्मा, कांच का गिलास, फलों सहित नारियल का पेड़, हस्तचलित पंप, ताला और चाबी, अनाज बरसाता हुआ किसान, सब्जियों की टोकरी, घंटी, टेबल लैंप, खंभे पर ट्यूब लाइट, हार, किताब, स्टूल,कलम दवात, कुंआ, गेहूँ की बाली, बस, पुल, नल, लट्टू, जग, हॉकी और गेंद, टोप और वायलिन.
पंच के लिये
सीढ़ी, फावड़ा, बाल्टी, हल, कुल्हाड़ी, बिजली का स्विच, मक्के का भुट्टा, कैंची, केतली और बेलन…
अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने पर आवंटित किये जाने वाले अतिरिक्?त प्रतीक चिन्हों में बनियान, कमीज, फ्राक, गुलाब का फूल, पोत, स्?कूटर, जीप, वायुयान, रोड रोलर, सेव, मूली, आम, केला और लेडी पर्स.