रायपुर
तीन महीनों तक राहत के बाद कोरोना संक्रमण छत्तीसगढ़ में फिर से पैर पसार रहा है। प्रदेश में सोमवार को 3677 सैंपल की जांच में 43 लोग संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी मरीज केवल 12 जिलों में मिले हैं। रायपुर संक्रमण का नया हॉटस्पॉट बनकर उभरा हैं। सोमवार को यहां 18 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमण दर 1.17% हो गई है। इससे पहले 20 फरवरी 2022 को प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर एक प्रतिशत का आंकड़ा पार कर पाई थी। उस समय 14 हजार 429 नमूनों की जांच के बाद 205 व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। मार्च के बाद नए मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही थी।
अप्रैल में शून्य पर जून से फिर बढ़ने लगे केस
अप्रैल व मई में कोरोना के मामले बेहद कम हो गए थे। पूरे महीने में डेढ़ सौ से कम और मई के महीने में दो सौ से कम मरीज मिले। अप्रैल महीने में ऐसा 5 से 6 बार हुआ जब प्रदेश में संक्रमण दर शून्य तक पहुंच गई थी। यानी उन दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आया।
इसके बाद जून के शुरुआती दिनों से ही कोरोना के मामले बढ़ने लगे। एक से 13 जून तक राज्य में कुल 226 केस मिले। इसमें अकेले रायपुर में सबसे अधिक 83 मामले हैं। रविवार को भी संक्रमण दर एक प्रतिशत से अधिक था। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि अगले दस दिन महत्वपूर्ण हैं। पूरे ट्रेंड पर नजर बनाए रख रहे हैं। अगर केस में आगे भी ऐसी ही बढ़ोतरी दिखी तो सख्ती भी बढ़ाई जाएगी।
इन जिलों में कोरोना के मरीज मिले
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 12 जिलों में कोरोना के मामले सामने आए हैं। इसमें रायपुर में सर्वाधिक 18 मामले हैं। इसके अलावा दुर्ग में 5, सरगुजा में 5, बिलासपुर में 3, बेमेतरा में 3, गौरेला-पेंड्रा-मारवाही में 2, कबीरधाम 2, बलौदा बाजार , बलरामपुर, कांकेर, जशपुर, और बस्तर में 1-1 मामला आया है।
अब प्रदेश भर में 167 मरीज हो गए
नए मरीजों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 167 हो गई है।
जिला | एक्टिव केस की संख्या |
रायपुर | 65 |
बिलासपुर | 25 |
दुर्ग-भिलाई | 17 |
सरगुजा | 13 |
बेमेतरा | 6 |
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही और जशपुर | 5-5 |
कबीरधाम, कोरिया, बस्तर | 4-4 |
बलरामपुर, जांजगीर-चांपा और राजनांदगांव | 3-3 |
बलौदा बाजार, सूरजपुर | 2-2 |
कोरबा, कांकेर, महासमुंद, बालोद | 1-1 |
हमारी लापरवाही से बढ़ा है खतरा, संभल जाएं
जनवरी 2022 तीसरी लहर समाप्त होने के साथ ही कई प्रतिबंध हटा लिए गए थे। प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वालों से जुर्माना हटाया तो लोगों ने इसे मास्क नहीं पहनने के आदेश के तौर पर ले लिया। सामान्य जन जीवन से मास्क, शारीरिक दूरी और अन्य सावधानियां गायब हो गईं। हमारी यह लापरवाही ही संक्रमण का यह खतरा बढ़ा है।
31 मई को प्रदेश भर में 12 नए लोग संक्रमित मिले थे। उसी दिन अप्रैल-मई के बाद पहली बार सक्रिय मरीजों की संख्या 50 पार पहुंची थी। दो सप्ताह के भीतर यह चार गुना मरीज एक दिन में मिल रहे हैं। और सक्रिय मामलों की संख्या तीन गुना के करीब बढ़ चुकी है।
अब भी संभलने की जरूरत, सावधान रहें
डॉक्टरों का कहना है, अब भी स्थितियां गंभीर नहीं हैं। ऐसा होने से पहले लोगों को संभलने की जरूरत है। सावधान रहें। मास्क लगाकर रखें, भीड़भाड़ से बचें। हाथों को बार-बार सैनिटाइज करते रहे। और सबसे बड़ी बात लक्षण दिखते ही जांच कराएं। बीमार हो गए तो डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें। घर में इलाज करा रहे हैं तो होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करे। ऐसा नहीं किया तो एक बीमार व्यक्ति संपर्क में आने वाले कई लाेगाें में यह बीमारी फैला सकता है।