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JNU हिंसा पर एक फोन नंबर से कटघरे में क्यों आई कांग्रेस, क्या है पूरा मामला?

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जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने कई संदिग्ध व्हाट्सएप ग्रुप खोज निकाले हैं. पुलिस ने कहा कि इन सभी ग्रुप की जांच की जा रही है. इन ग्रुप में एक नंबर ऐसा निकला है, जिसका कथित तौर पर कांग्रेस पार्टी की सोशल मीडिया टीम ने इस्तेमाल किया था. इस नंबर से इन ग्रुपों में कई तरह के मैसेज भेजे गए हैं .

दरअसल ‘Unity against LEFT’ नाम से एक संदिग्ध ग्रुप में ‘7005750770’ मोबाइल नंबर से हिंसा के बाद लिखा गया, “अब तक बढ़िया रहा, गेट पर कुछ करना चाहिए.बताइए क्या करें?.” वहीं एक और ग्रुप में इसी नंबर से लिखा गया, ” VC अपना ही आदमी है.” जब इसकी जांच हुई तो पता चला कि यह नंबर किसी आनंद मंगनाले के नाम पर रजिस्टर्ड है.

आनंद मंगनाले ने दी सफाई.

जिस आनंद मंगनाले के नाम पर यह नंबर रजिस्टर्ड था, उसने सोशल मीडिया पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि वह इन ग्रुप में जानबूझ कर जुड़ा था. उसने कहा “मैं राइट विंग के एक ग्रुप में जुड़ गया था. जिसमें मैंने कहा था कि VC अपना आदमी है. इसका मतलब यह था कि वीसी ABVP का है.”

आनंद ने आगे कहा, “मैंने लिखा था कि गेट पर क्या करना है? क्योंकि शुरुआत में पुलिस किसी को अंदर नहीं आने दे रही थी. इसलिए मैंने यह जानने के लिए कि लोग वहां क्या प्लान बना रहे हैं? इस तरह के मैसेज इन ग्रुप में किए थे. हालांकि बाद में ग्रुप से मुझे और सभी नए लोगों को निकाल दिया गया था.”

आनंद ने उसके नंबर का कांग्रेस से संबंध पर बोला, “कांग्रेस का इससे कोई लेनादेना नहीं है. 2 साल पहले जब मैं एक वेंडर था, तब इस नंबर से कांग्रेस के लिए क्राउडफंडिंग में मैंने मदद की थी. ” उसने कहा कि स्थिति को देखते हुए ऐसा करना पड़ा ताकि वह यह इस जानकारी से छात्रों को सुरक्षित रख सके.

कांग्रेस की सफाई.

इधर कांग्रेस ने भी इस मामले पर सफाई देते हुए कहा, “काग्रेस की सोशल मीडिया टीम ने लोकसभा चुनाव से पहले कुछ समय के लिए क्राउडफंडिंग के लिए कई निजी वेंडर्स को काम पर रखा था, जिसके बाद इन्हें हटा दिया गया था. यह नंबर एक वेंडर का और उसका कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है.”