स्मार्ट सिटी मिशन की मियाद इस साल यानी जून 2023 में रायपुर, नवा रायपुर और बिलासपुर समेत देशभर के स्मार्ट घोषित शहरों में खत्म हो जाएगी। देशभर में इस मिशन के लिए साढ़े 5 हजार अफसर-कर्मचारी और विशेषज्ञों को रखा गया था। छत्तीसगढ़ के तीन शहरों में इनकी संख्या पौने 2 सौ के आसपास है, लेकिन संकेत मिले हैं कि मिशन खत्म होने के बाद भी इन्हें नहीं हटाया जाएगा।
केंद्र ने शहरों के विकास से जुड़े किसी और मिशन के लिए प्लानिंग शुरू की है। अर्थात, जून-जुलाई में शहरों के लिए कोई और अभियान शुरू होने की संभावना है। चूंकि मिशन जून में खत्म हो रहा है, इसलिए देशभर के 100 स्मार्ट शहरों में संविदा पर रखे गए अफसर-कर्मचारियों को लेकर संशय बना हुआ है।
हर स्मार्ट शहर में केंद्रीय शहरी मंत्रालय ने 58 से अधिक अफसर-कर्मी नियुक्त हैं। इनमें काफी संख्या अपने विषय में एक्सपर्ट लोगों की भी है। इसीलिए सूत्रों के मुताबिक शहरी मंत्रालय ने इनके लिए नए काम की प्लानिंग शुरू कर दी है। हाल में देश के स्मार्ट सिटी मिशन के डायरेक्टर कुणाल कुमार ने भास्कर से बातचीत की थी। उन्होंने भी संकेत दिए कि इस मामले में केंद्र और राज्य मिलकर साझा पहल करने जा रहे हैं। इसकी वजह यही है कि ऐसी विशेषज्ञता वाले लोगों को किसी और प्रोजेक्ट में इस्तेमाल किया जाएगा। यही नहीं, केंद्रीय शहरी मंत्रालय की ओर से भविष्य में कोई नया मिशन शुरु होता है, तो विशेषज्ञता और अनुभव के आधार पर नियुक्तियां भी दी जाएगी। जनवरी में स्मार्ट सिटी के आला अफसर राज्यों से इस बारे में बात करने जा रहे हैं। जिसके बाद जल्द ही नई रणनीति पर काम किया जाएगा।