Home बालाघाट बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए अंतर्राज्ययीय बैठक में की गई चर्चा

बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए अंतर्राज्ययीय बैठक में की गई चर्चा

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जबलपुर संभाग के कमिश्नर भी शामिल हुए बैठक में


सुनील खोब्रागढे
(ब्यूरो चीफ

बालाघाट– 10 से 15 अगस्त 2022 की अवधि में अत्यधिक वर्षा के कारण वैनगंगा, वाघ, बावनथड़ी नदी में बाढ़ आयी थी और इसके कारण बालाघाट, गोंदिया, भंडारा, गढ़चिरोली जिले में गांवों में पानी भर गया था और मकानों व फसलों को भी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग द्वारा 20 से 22 अगस्त की अवधि में पुन: बालाघाट, सिवनी एवं महाराष्ट्र के पड़ोसी जिलों में भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया गया है। आने वाले दिनों में अधिक वर्षा की स्थिति में बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए आज 18 अगस्त 2022 को अधिकारियों की अंतर्राज्यीय बैठक का आयोजन किया गया था।
इस बैठक में जबलपुर संभाग के कमिश्नर श्री बी चन्द्रशेखर बालाघाट कलेक्रे ट कार्यालय से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से शामिल हुए। इस बैठक में नागपुर कलेक्टर श्रीमती आर विमला, बालाघाट कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक श्री समीर सौरभ, सिवनी कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग, छिंदवाड़ा कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन, गोंदिया कलेक्टर श्रीमती नयना गुंडे, भंडारा कलेक्टर श्री संदीप कदम, गढ़चिरोली कलेक्टर श्री संजय मीणा, वर्धा कलेक्टर श्रीमती प्रेरणा देशभ्रतार, चन्द्रपुर कलेक्टर इन जिलों के सिंचाई विभाग के अधीक्षण यंत्री एवं केन्द्रीय जल आयोग नागपुर के अधिकारी वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से उपस्थित थे।
बैठक में कमिश्नर श्री चन्द्रशेखर ने बताया गया कि 10 से 15 अगस्त 2022 की अवधि के दौरान अत्यधिक वर्षा के कारण वैनगंगा, बावनथड़ी एवं बाघ नदी में पानी की आवक अधिक होने के कारण इन नदियों पर बने बांध से अधिक मात्रा में पानी छोड़ा गया है। जिसके कारण इन नदियों के किनारे के निचले ईलाकों में पानी भर गया था। उन्होंने कहा कि 20 से 21 अगस्त 2022 की अवधि में फिर से भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है तो इस बार बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए पहले से ही उपाय किये जायें। सभी जिलों के कलेक्टर एवं बांध से पानी छोड़ने वाले सिंचाई विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय बनाकर सूचनाओं का आदान प्रदान करें और मोबाईल पर इस संबंध में बात करते रहें। बांध से पानी छोड़े जाने की सूचना आगे वाले जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को तत्काल दी जाये। जिससे वे पानी के उनके जिले में पहुंचने से पहले वे बचाव एवं सुरक्षा के एहतियाती उपाय कर सकें।
बैठक में बताया गया कि 10 अगस्त को अधिक वर्षा के कारण राजीव सागर बांध के 90 प्रतिशत तक भर जाने के कारण बावनथड़ी नदी में 2338 क्यूमेक पानी छोड़ा गया था। इसी प्रकार छिंदवाड़ा जिले के माचागोरा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण संजय सरोवर में भी पानी की मात्रा बढ़ गई थी। संजय सरोवर अभी 77 प्रतिशत भर चुका है और 30 अगस्त तक 79 प्रतिशत भर जाना चाहिए। अगले दिनों में अधिक वर्षा की संभावना एवं नदी में पानी की आवक को देखते हुए राजीव सागर, संजय सरोवर, पुजारीटोला, कालीसराड बांध से कुछ मात्रा में पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया। जिससे अत्यधिक वर्षा की स्थिति में इन बांध से अधिक मात्रा में पानी न छोड़ना पड़े। बैठक में वैनगंगा नदी पर बने गोसीखुर्द बांध से भी नियंत्रित मात्रा में पानी छोड़ने पर चर्चा की गई।