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जब लक्ष्य जीत का हो तो उसे हासिल करने के लिय कोई भी मूल्य क्यों न हो चुकाना ही पड़ता है

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बालाघाट- हिंदवी स्वराज 350 वा वर्ष समारोह आयोजन समिति बालाघाट द्वारा श्रीमंत योगी छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्म जयंती के अवसर पर केसरी हाफ मैराथन दौड़,एक दौड़ छत्रपति शिवाजी के लिए पावन खिंड दौड़ का आयोजन किया गया, इस मैराथन दौड़ में 250 धावकों ने हिस्सा लिया जिसमें पुरूष वर्ग में प्रथम स्थान कृष्ण कुमार (जबलपुर) को श्री सुरजीत सिंह ठाकुर द्वारा, द्वितीय समाज करण नागेश्वर(जबलपुर) रीकाब मिश्रा द्वारा, तृतीय स्थान राजेन्द्र (गोंदिया) संजय गोमासे द्वारा, और महिला वर्ग में तेजश्वनी (नागपुर) योगेश बिसेन द्वारा द्वारा, द्वितीय स्थान वर्षा टेकाम (भोपाल) सचिन्द्र सेलेकर, तृतीय स्थान भगवंती (भंडारा) राजेश लिल्हारे द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा नेत्री राष्ट्रीय विचार मंच की संयोजिका श्रीमती लता एलकर,भाजपा वरिष्ट नेता अभय सेठिया,नपा अध्यक्ष भारती सुरजीत सिंह ठाकुर, कार्यक्रम सयोजक गजेन्द्र भारद्वाज,सह संयोजक जैनेन्द्र कटरे, सुनील खटोले,रमाकांत डहाके, राजेश गोमासे, योगराज टेंभर,सुमित चौरे, विजय पीपलेवार,सुरेंद्र चक्रवर्ती, अखिलेश चौरे, संजू वराडे, रंजीत गोयल, जितेन्द्र सिंह राजपुत, अक्षय ठाकरे, नागसेन वैध,जय गिरी, हिमांशू चौकसे, दीपक लिल्हारे,सिद्धार्थ बाजपेई, सहित अन्य बालाघाट के राष्ट्र प्रेमी उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता श्रीमती लता एलकर में कहा कि स्वराज्य की स्थापना करने वाले,तेजस्वी,कुशल रणनीतिकार,जिन्होंने गुरिल्ला युद्ध निजाद किया,जिनका जीवन चरित्र आज हर एक युवा को आत्मसात करना ही चाहिए,जिन्होंने कभी युद्ध में हार नही मानी,मुगल,पुर्तगाली,डच,अंग्रेजो से लड़ते हुए स्वराज्य की स्थापना की।संयोजक गजेंद्र भारद्वाज ने युवाओं से आग्रह किया कि हमे भी वर्तमान समय में अपने इतिहास के महापुरषों का जीवन चरित्र पढ़ना चाहिए,अनेक राजाओं ने अपनी पत्नी के लिए महल बनवाया,किंतु छत्रपति शिवाजी महाराज में अपनी मां के लिए स्वराज्य की स्थापना की,अपनी प्रजा में राष्ट्रप्रेम के साथ अनुशासन स्थापित किया, हम सभी श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज को प्रणाम करते है। सभी मैराथन धावकों को हिंदवी स्वराज्य ३५० वा वर्ष समारोह आयोजन समिति के द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जीवनी से संबंधित पुस्तक भेंट की गई।