युवा मतदाताओं से लेकर तीसरी पीढ़ी तक के मतदाताओं ने दी आहुति
बालाघाट – प्रदेश में बालाघाट की सबसे चर्चित विधानसभाओं में रिकार्डतोड़ मतदान प्रतिशत के साथ ऐतिहासिक शत प्रतिशत सुरक्षित और शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न हुआ। प्रदेश में बालाघाट एकमात्र ऐसा जिला रहा जहां मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा सुरक्षा के लिहाज से हेलीकाफ्टर तथा एयर एम्बुलेंस उपलब्ध कराई थी। जिले की तीन विधानसभाओं बैहर, लांजी और परसवाड़ा में सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान का निर्णय सफल रहा। नक्सल प्रभावित विधानसभाओं के गंभीर मतदान केंद्रों पर निगरानी के लिए कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी ड़ॉ. गिरीश कुमार मिश्रा और एसपी श्री समीर सौरभ द्वारा हेलीकाफ्टर के जरिये हवाई निरीक्षण भी किया गया।
आसमान से भी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों पर रखी नजर
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर नजर रखने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय में हेलीकाफ्टर उपलब्ध कराया गया था। साथ ही मेडीसिन के लिए एयर एम्बुलेंस भी प्रदाय की गई थी। कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी ड़ॉ. मिश्रा और एसपी श्री सौरभ ने बैहर, लांजी और परसवाड़ा विधानसभा के नक्सल प्रभावित 319 मतदान केंद्रों पर पूरी तरह नजरें जमाएं रखी। दोनों ही अधिकारियों ने यहाँ के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं से चर्चा भी की साथ ही निर्वाचन का संकेत दिखाते हुए वृद्ध मतदाताओं के साथ अमित स्याही वाली उंगली दिखाते हुए खुशी साझा की।
3 बजे के बाद ऐसे रहा उत्साह
जिले की बैहर, लांजी और परसवाड़ा विधानसभा में आयोग द्वारा निर्धारित समय दोपहर 3 बजे के बाद भी कई मतदाता पहुँचे। मतदान केंद्रों पर लंबी लंबी पंक्तियां देखी गई। लाइन में करीब 200 मतदाताओं को पर्चियां बांटी गई।
पारंपरिक वेशभूषा में महिला शासकीय सेवकों ने लोकतंत्र पर्व मनाया
मतदान के अधिकार को अपना सबसे उत्तम हक मानते हुए कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ महिला शासकीय सेवको ने उत्सव/पर्व के रूप में लिया। जनसम्पर्क विभाग में कार्यरत श्रीमती बिराजो मरकाम, भागन धुर्वे, हिरोदा मरकाम, भागवंती मेरावी और डिलेश्वरी भगत ने मतदान केंद्र क्रमांक 187 पर अपनी सहेलियों के साथ पहुँचकर मतदान में सहभागिता की।
पहली बार मतदान का अनोखा अनुभव
1 अक्टूबर 23 की स्थिति में 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए आयोग द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। ऐसे मतदाताओं ने भी विशेष उत्साह दिखाते हुए मतदान केंद्रों का रुख किया और अपने मतदान का उपयोग किया। परसवाड़ा विधानसभा के मतदान केंद्र क्रमांक 149 पर पहली बार मतदाता बनी युवतियों में खासा उत्साह रहा।
105 वर्ष की भुरकन व 102 वर्ष की धुरपता बाई ने भी कर्तव्य के
साथ अधिकार का किया उपयोग
इस वर्ष मतदाता जागरूकता अभियान का ऐसा असर रहा कि नए मतदाताओं से लेकर 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं ने मतदान कर कर्तव्य निभाते हुए अधिकार का उपयोग किया। वारासिवनी विधानसभा में मुर्झाड मतदान केंद्र क्रमांक 42 पर 105 वर्षीय मतदाता भुरकन बाई और परसवाड़ा विधानसभा के हट्टा मतदान केंद्र क्रमांक 199 पर 102 वर्ष की धुरपता यादव ने भी मतदान के प्रति अपनी जीवटता दिखाते हुए लोकतंत्र में मतदान की सर्वोच्च भूमिका मानते हुए अपना योगदान दिया।
तीन पीढ़ी के मतदाता पहुँचे मतदान केंद्र पर
स्थानीय विधानसभा के मतदान केंद्र क्रमांक 187 पर तीन पीढ़ी के मतदाताओं ने मतदान किया। साकरे परिवार की 90 वर्षीय माँ पुष्पा ने 59 वर्षीय पुत्र राजेन्द्र,52 वर्षीय विक्रांत, 49 वर्षीय बहू सुरेखा और पोतियों में 42 वर्षीय विधि के अलावा स्मृति, काव्या व आर्या ने एक साथ मतदान पर पहुँचकर लोकतंत्र के महापर्व में अपने मतदान का उपयोग किया।
गर्भवती माता बहनें भी घरो से आकर किया मतदान
जिले में मतदान का उत्साह य्या कदर रहा कि गर्भवती माता- बहनें भी अपने घरों से बाहर निकलकर मतदान केंद्रों तक पहुँची। परसवाड़ा विधानसभा के मतदान केंद्र क्रमांक 1 पर शारदा कावरे, 95 पर रक्षा लिल्हारे और लांजी विधानसभा के मतदान केंद्र क्रमांक 200 पर संगीता नगपुरे ने मतदान कर अपने जैसी बहनों को मतदान के लिए प्रेरित किया।
परसवाड़ा के ग्रीन बूथ को आयोग ने भी पसन्द किया
परसवाड़ा विधानसभा में मतदान केंद्र क्रमांक 86 को ग्रीन मतदान केंद्र के रूप में स्थापित आया गया था। यहाँ के प्राथमिक विद्यालय में स्थानीय औषधि के पत्तों से संजे इस मतदान केंद्र को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के ट्विटर व फेसबुक पेज से भी पोस्ट किया गया। इस मतदान केंद्र का एक और आकर्षण का केंद्र था यहाँ का सेल्फी पॉइंट जिस पर मतदाताओं ने सेल्फी लेकर खास बना दिया। यह इतना आर्कषक था कि जब यहां डीईओ ड़ॉ. मिश्रा और एसपी श्री सौरभ निरीक्षण पर पहुँचे तो वे भी सेल्फी लेने से अपने आप को नही रोक पाएं। यहां 338 में से 283 महिलाओं और 324 में से 260 पुरुष मतदाताओं ने मतदान किया। जब यहां मतदान समाप्त हुआ तो मतदान दल को बिल्कुल प्राकृतिक दोना पत्तल में भोजन परोसा गया।
कलेक्टर एसपी और आरओ ने सपत्नीक किया मतदान
मतदान करने के मामले में कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी ड़ॉ. मिश्रा व एसपी श्री सौरभ भी आगे रहे और सुबह ही मतदान केंद्र पर पहुँचे। उन्होंने मतदान केंद्र क्रमांक 187 पर सपत्नीक मतदान किया। इनके अलावा बालाघाट रिटर्निग अधिकारी श्री गोपाल सोनी भी दोपहर में इसी मतदान केंद्र पर धर्मपत्नी के साथ मतदान किया।
दिव्यांगों ने दिखाया जज़्बा केंद्रों तक पहुँचे
आयोग ने पहली बार 80 वर्ष से अधिक आयु के तथा दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर पर सुविधा केंद्र बनाकर मतदान करने का अवसर दिया। हालांकि ऐसे कुछ मतदाताओं ने फॉर्म-12 डी सुविधा केंद्र के लिए सहमति ली गई तथा कुछ मतदाताओं ने मतदान केंद्रों पर जाकर मतदान करने का निर्णय लिया था। साथ ही ऐसे मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए जिले में 18 केंद्र पीडब्ल्यूडी मतदान केंद्र के रूप में स्थापित किये गए थे। परसवाड़ा विधानसभा के धनसुआ-2 मतदान केंद्र क्रमांक 176 पर बैसाखी के सहारे के दिव्यांग साधुराम टेकाम व बलिराम कावरे मतदान केंद्र पर पहुँचे और मतदान किया। इनके अलावा भी कई दिव्यांग मतदाताओं ने व्हीलचेयर की सहायता से मतदान करने में सफल हुए।