ब्यूरोचीफ
सुनील खोब्रगढ़े-
बालाघाट–डॉ गिरीश कुमार मिश्रा कलेक्टर एवम अध्यक्ष जिला स्वास्थ समिति बालाघाट के निर्देशन एवम डॉ मनोज पांडे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन पर जिले में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों को निशुल्क इलाज मुहैया कराया जा रहा है शासन की यही योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है।।
मनोज पांडे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आरबीएस के टीम कार्य कर रही है जो जन्म से 18 वर्ष के बच्चों का स्कूल एवं आंगनवाड़ी में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करती है वहां पर जो बच्चे बीमार मिलते हैं उनको सी ग्रुप 4 मिले इसके लिए जिला स्तर पर जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र पर रेफर करती है।।
जो बच्चे जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र बालाघाट आते हैं उनका शिशु रोग विशेषज्ञों के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर अलग-अलग जांच एवं आवश्यकतानुसार उपचार उपलब्ध कराया जाता है और ऐसे बच्चे जिनको ऑपरेशन की आवश्यकता होती है उनको मेडिकल कॉलेज जबलपुर या अन्य निजी संस्थानों पर जिनको मध्य प्रदेश शासन के द्वारा मान्यता प्रदान किया गया है मैं भेज कर शासन की योजना से गरीब बच्चों को निशुल्क उपचार मुहैया कराया जाता है।।
डॉ संजय दबड़घाव सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जिला चिकित्सालय बालाघाट के द्वारा बताया गया कि विगत माह जिला चिकित्सालय बालाघाट में हर्निया हाइड्रोसिल सर्जरी शिविर का आयोजन किया गया था जिसमें राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत चिन्ह अंकित किए गए बच्चों को मेडिकल कॉलेज की टीम के सहयोग से निशुल्क उपचार किया गया था और ऐसे बच्चे जो हाई स्पीड या की बीमारी से पीड़ित है उनको आगामी माह में उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा ऐसा मेडिकल कॉलेज जबलपुर के पीडियाट्रिक सर्जन एवम एचओडी डॉक्टर विकेश अग्रवाल एवं डॉ राजेश मिश्रा शिशु निश्चिचेतना विशेषज्ञ मेडिकल कॉलेज जबलपुर से चर्चा उपरांत कल सोमवार को 15 बच्चों को सर्जरी के लिए एंबुलेंस 108 से मेडिकल कॉलेज जबलपुर भेजा जाएगा।।
डॉ मनोज पांडे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी बच्चों से अपील की है कि आप सभी अपने साथ आवश्यक दस्तावेज जैसे पूर्व में किए गए जांच एक्स-रे आयुष्मान भारत कार्ड एवं आवश्यक जो भी पुरानी जांचे है साथ में लेकर अवश्य आएं।
इस कार्य के लिए डॉक्टर मनोज पांडे ने राजाराम चक्रवर्ती जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक आरबीएसके को संपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है उनके द्वारा समस्त बच्चों को टेलीफोन करके जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र पर बुलाया गया है एवं उन सभी बच्चों को कल शिशु रोग विशेषज्ञ के चेकअप कराने के उपरांत सभी को सर्जरी के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर भेजा।।
डॉक्टर पांडे के द्वारा बताया गया कि मेडिकल कॉलेज जबलपुर में इस कार्य को देखने के लिए डॉ राजेश मिश्रा शिशु निश्चितना विशेषज्ञ को नोडल अधिकारी बनाया गया है इनके द्वारा समस्त बच्चों को आने-जाने की व्यवस्था के साथ-साथ उनके उपचार की संपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।