महेश रामटेके
ब्यूरोचीफ तिरोड़ी/कटंगी
बालाघाट जिला बौद्ध संघ के जिला अध्यक्ष अधिवक्ता संजय खोब्रागडे एवं तहसील सचिव महेन्द्र हिरकने ने संयुक्त रूप से विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट की जिला कार्यकारिणी यथावत है और समाज के तथाकथित लोगों के द्वारा समाज मे विघटन उत्पन्न करने के आशय से बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट की एक अस्थायी समिति का निर्माण कर समाज को विभाजित करने का घिनौना कृत्य किये है।
अधिवक्ता संजय खोब्रागडे ने जारी बयान में कहा कि बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट की कार्यकारिणी के पदाधिकारी
एवं सदस्य अधिकांश: बालाघाट में निवास करते है। कनिष्क उपाध्यक्ष ओ एन बोरकर जी, महासचिव सुधीर बागड़े , वरिष्ठ सह सचिव सुभाष खोब्रागडे, कनिष्क सह सचिव ललिता गेडाम, कोषाध्यक्ष मनोज बारमाटे , जिला कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में डॉ. धर्मेंद्र रामटेके, आयु सुलोचना चौहान, आयु उषा किरण रामटेके, एवं एल डी मेश्राम (भूतपूर्व जिला अध्यक्ष बालाघाट ज़िला बौद्ध संघ बालाघाट) इत्यादि सहित अनेक लोग निवास करते है तथा विश्वनाथ मेश्राम किरनापुर, ताराचंद कावड़े लालबर्रा, एस आर ऊके दमोह बैहर, आर डी गजभिये सूंदर कटंगी, पंचम मेश्राम परसवाड़ा, एवं चंदन बोम्बरडे दिग्धा कटंगी, इत्यादि लोगो को किसी भी प्रकार से पद से विमुक्त नही किया गया और बालाघाट ज़िला बौद्ध संघ बालाघाट को भंग नही किया गया फिर भी समाज के पद लोलुप लोग जो लोकतांत्रिक पद्धति से चुनाव होने पर किसी पद पर आसीन नही हो सकते। ऐसे लोगो के द्वारा संगठन को तोड़ने के उद्देश्य से उसके समकक्ष अस्थायी बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट का निर्माण किया गया है जो कि संगठन के बायलाज के विरुद्ध हैं और उसका संगठन से कोई सरोकार नही है।
अधिवक्ता संजय खोब्रागडे ने जारी बयान में कहा कि बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट की कार्यकारिणी यथावत है और उसे भंग करने का अधिकार बालाघाट ज़िला बौद्ध संघ बालाघाट के पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों के बहुमत से ही संभव है। किन्तु बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट की कार्यकारिणी यथावत होने के उपरांत भी उसके समकक्ष अस्थायी समिति का गठन किया गया है और दिनाँक 02/10/2022 को उसका सपथग्रहण समारोह है जो कि अवैधानिक है ।
अधिवक्ता संजय खोब्रागडे ने तमाम बौद्ध उपासक उपासिकाओ से आव्हान किया है कि बालाघाट ज़िला बौद्ध संघ बालाघाट की अस्थायी समिति से बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट का कोई सरोकार नही है । विगत वर्ष 2019 से किसी भी प्रकार से सदस्यता रसीद जारी नही की गई है। समाज के कुछ तथाकथित स्वार्थी लोग बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट के नाम पर सदस्यता रसीद छापकर समाज से अवैध वसूली कर रहे है ऐसे तथाकथित लोगो से किसी भी प्रकार से रसीद न कटवाए । अधिवक्ता संजय खोब्रागडे ने जारी बयान में कहा कि आगामी दिनाँक को बालाघाट जिला बौद्ध संघ बालाघाट के पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी की बैठक आहूत कर नवनिर्माण कार्यकारिणी का विधिवत चुनाव सम्पन्न कर जिला कार्यकारिणी सहित तहसील कार्यकारणी सर्कल कार्यकारिणी ग्रामीण व नगर कार्यकारिणी का गठन किया जावेगा।