Home मनोरंजन अयोध्या केस पर फैसला आने से पहले जानें अब कहां हैं रामानंद...

अयोध्या केस पर फैसला आने से पहले जानें अब कहां हैं रामानंद सागर की ‘रामायण’ के राम-सीता और रावण?

114
0

अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आजकल में आ सकता है । इस फैसले का देशवासियों को बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं । ऐसे में हम आपको टीवी पर आ चुकी रामानंद सागर की रामायण के बारे में भी बताते हैं । रामानंद सागर ने रामायण बनाकर ऐसा इतिहास रचा कि आज तक लोग इसे भूल नहीं पाए ।

1986- 1988 के बीच प्रसारित हुए इस सीरियल के एक्टर्स को लोग उनके असली नाम की जगह किरदार के नामों से ही जानने लगे। ये सीरियल इतना पॉपुलर हुआ था कि रामायण का एक-एक किरदार लोगों को आज भी याद है। रामायण के कुछ किरदार ऐसे हैं, जिनके बारे में लोग आज भी जानना चाहते हैं, उनको देखना चाहते हैं। आइए हम दिखाते हैं आजकल कहां हैं राम-सीता और क्या कर रहे हैं लंकापति रावण?

रामायण में भगवान राम का किरदार निभाया था अरुण गोविल ने। उस दौर में अरुण गोविल को लोग भगवान राम ही समझ बैठते थे। वो जहां जाते थे, उनके पैर छूने के लिए लोगों की लाइन लग जाती थी।

रामायण में सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया को आज भी सीता के रूप में ही याद किया जाता है। वैसे तो टीवी पर कई एक्ट्रेस ने सीता का किरदार निभाया, लेकिन दीपिका जैसा जादू किसी का नहीं चला।

दारा सिंह ने रामानंद सागर की रामायण में हनुमान का रोल निभाया था। हालांकि वो अब वो इस दुनिया में नहीं हैं।

रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण में रावण का रोल निभाकर अरविंद त्रिवेदी ने खासी लोकप्रियता बटोरी थी। इस रोल ने उन्हें इस कदर सफलता की बुलंदियों पर पहुंचाया कि लोग उन्हें असल जिंदगी में रावण समझने लगे थे।

सुनील लहरी ने रामानंद सागर की रामायण में राम के छोटे भाई लक्ष्मण का रोल किया था।

रामानंद सागर की रामायण में बाल धुरी ने भगवान राम के पिता और राजा दशरथ का किरदार निभाया था।

अभिनेत्री जयश्री गड़कर ने रामायण में रानी कौशल्या का किरदार निभाया था। हालांकि जयश्री अब इस दुनिया में नहीं रहीं।

90 के दशक में अपनी शानदार अदाकारी के जरिए सभी के दिलों में जगह बनाने अभिनेत्री पद्मा खन्ना को रामानंद सागर के सीरियल ‘रामायण’ में कैकई के यादगार रोल के लिए जाना जाता है।

रामायण में मंदोदरी की भूमिका प्रभा मिश्रा ने निभाई थी। इस सीरियल में मिले किरदार से उन्हें खासी पहचान मिली। मंदोदरी की भूमिका ने उनके जीवन को अध्यात्म का रास्ता दिखाया। राजयोग के जरिए वे ग्लैमरस लाइफ से दूर होकर पूरी तरह आध्यात्मिक बन गईं।