Home जानिए जन्नत है अंडमान की डिगलीपुर, ये नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा

जन्नत है अंडमान की डिगलीपुर, ये नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा

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अंडमान के द्वीपसमूह में धूल से भरा एक छोटा सा शहर है डिगलीपुर जिसे देखकर आपका मन रोमांच से भर जाएगा। ये शहर एरियल खाड़ी के दक्षिणी छोर में बसा है जबकि इसके उत्तरी बाहरी इलाके में पोर्ट ब्लेयर है। ये इस जगह का सबसे बड़ा द्वीप शहर है और इसके बारे में पर्यटकों को कम ही जानकारी है। अंडमान के द्वीपों की श्रृंखला के उत्तरी भाग पर स्थित इसे छोटे से द्वीप पर आकर आपको बहुत शांति और सुकुन का अहसास होगा। नीले पानी के इस छोटे से शहर आपको कई प्राचीन समुद्रतट देखने को मिल जाएंगे।

कैसे पहुंचे

डिगलीपुर का निकटतम हवाई अड्डा वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है जोकि भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। ये पोर्ट ब्लेयर के केंद्र से लगभग 5 किमी की दूरी पर है। वहीं डिगलीपुर तक पहुंचने के सबसे अच्छे साधनों में से एक घाट या समुद्री जहाज है। आप पास के शहर पोर्ट ब्लेयर से जहाज के जरिए यहां पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग की बात करें तो भारत के अन्य प्रमुख शहरों से डिगलीपुर के लिए नियमित बसें चलती हैं। शहर के केंद्र में स्थित बस टर्मिनल से नियमित बसें चलती हैं।

डिगलीपुर आने का सबसे सही समय इस शहर की यात्रा के लिए सबसे सुखद समय सर्दियों और मॉनसून के बाद का है। सितंबर से फरवरी के महीनों में यहां का औसत तापमान 15 डिग्री सैल्सियस से 20 डिग्री सैल्सियस तक रहता है।

राम नगर

डिगलीपुर द्वीप में बसा राम नगर एक छोटा-सा गांव है। ये अपनी विस्तृत वनस्पतियों, जीवों और प्राचीन समुद्र तटों के लिए जाना जाता है। राम नगर में मैंग्रोव के जंगलों का विस्तारित क्षेत्र फैला हुआ है। हरे-भरे मैंग्रोव के जंगलों और लताओं से घिरे इस गांव का दृश्य काफी खूबसूरत है। समुद्र तट पर आप आराम फरमा सकते हैं और कई वॉटर स्पोर्ट्स का मजा भी ले सकते हैं।

लामिया खाड़ी

स्थानीय लोगों के बीच लामिया खाड़ी कंकड़ समुद्र तट के रूप में अधिक लोकप्रिय है। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता और नीला पानी आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। यह अंडमान के द्वीपसमूह में सबसे सुंदर समुद्र तटों में से एक है। समुद्र तट से 800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सैडल चोटि से ये जगह घिरी हुई है। यहां पर आप अपने पार्टनर के साथ एक रोमांटिक सैर का आनंद ले सकते हैं।

एल्फ्रैड गुफाएं

ये गुफाएं काफी पेचीदा हैं और इसके रहस्य को समझने के लिए आपको इन गुफाओं की गहराई में जाना पड़ेगा। वास्तव में ये गुफाएं लगभग 42 गुफाओं का एक समूह हैं, जो डिगलीपुर में फैली हुई हैं। गुफाओं के अंदर का रास्ता पूरे द्वीपों के सबसे चुनौतीपूर्ण रास्तों में से एक माना जाता है।

श्याम नगर

डिगलीपुर प्रदेश का एक छोटा-सा गांव श्यामनगर है। इस जगह का प्राकृतिक सौंदर्य देखकर आपका मन खुशी से खिल उठेगा। श्यामनगर के घने जंगलों से होते हुए मड ज्वालामुखी नामक एक अद्वितीय वैज्ञानिक घटना देख सकते हैं। स्थानीय रूप से इसे ‘जल टिकरी’ के रूप में जाना जाता है। ये मिट्टी के ज्वालामुखी वर्षों से सक्रिय हैं और इनमें से कुछ काफी समय से निष्क्रिय हैं।