Home समाचार 80 लाख में बेचीं सेब की 2500 पेटियां हिमाचल के बागवान ने..

80 लाख में बेचीं सेब की 2500 पेटियां हिमाचल के बागवान ने..

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शिमला की सेब बेल्ट कोटखाई की प्रेमनगर पंचायत के एक बागवान से लुधियाना की कंपनी ने सबसे बड़ी डील की है। फ्रूट कंपनी ने बगीचे में ही 80 लाख रुपये में 2500 पेटी सेब की खरीद की है। बगीचे से यह अब तक की सबसे बड़ी डील बताई जा रही है। ढांगवी गांव के बागवान को प्रति पेटी 3200 रुपये दाम मिले हैं। 15 अगस्त के बाद यही कंपनी इसी बागवान से करीब 3000 सेब पेटी की एक और डील करेगी जो एक करोड़ से ज्यादा की हो सकती है। यह सारा सेब स्पर की जैरोमाइन, स्कारलेट स्पर-2 और सुपर चीफ वैराइटी का है। कंपनी इस सेब को दुबई, सिंगापुर और फिलीपींस की राजधानी मनीला निर्यात करेगी। बता दें कि रविवार को शिमला मंडी में इस सेब की पेटी 2500 रुपये में बिकी।

ढांगवी के बागवान मोतीलाल चौहान ने बताया कि उनका 4000 पेड़ का सेब बगीचा है। इसमें स्पर सेब लगाया है। वर्ष 2002 में स्पर की सुपर चीफ वैरायटी आने के बाद पूरे बागीचे में स्पर लगाया। पहली बार फ्रूट कंपनी सीधे बगीचे में सेब खरीदने आई है।

डील के तहत 15 अगस्त तक 2500 पेटी सेब कंपनी बगीचे से उठाएगी। इसके बाद करीब 3000 पेटी की एक और डील होगी। इसमें पहली सितंबर तक माल दिया जाएगा। पेमेंट को लेकर हम आश्वस्त हैं। कंपनी 20 लाख एडवांस देगी। इसके बाद रोजाना 250 पेटी सेब उठाएगी और हमारे अकाउंट में 10 लाख रुपये रोजाना जमा करेगी।

वाशिंगटन को मात देता है सेब चुग फ्रूट कंपनी लुधियाना के प्रबंध निदेशक दीपक अरोड़ा ने बताया कि बगीचे से जो सेब खरीद रहे हैं वह क्वालिटी में वाशिंगटन सेब को मात देता है। एक दम फ्रेश माल है। इसे विदेश भेजा जाएगा। सेब की न्यूट्रिशन वेल्यू ज्यादा है।

बागवानों को फायदा, बचेगी 6 फीसदी कमीशन 
बगीचे में आकर सेब खरीदने से बागवान और खरीदार दोनों को फायदा है। मंडियों में आढ़ती 5 फीसदी कमीशन काटते हैं। एक फीसदी मार्केट फीस वसूली जाती है। 80 लाख रुपये के सेब में 4 लाख 80 हजार रुपये कमीशन में चले जाते हैं। विदेशों में भी सेब की खड़ी फसल बगीचों से खरीदने का चलन है।