सभी में ग्रामीणों ने यहां तक कह दिया कि नेता लोग सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं और हम पर हमला करवाते हैं। पढ़िए पूरी खबर….
बीजापुर। बीजापुर जिले में एडसमेटा गोलीकांड के 10 साल 17 मई को पूरे हो गए। 10वीं बरसीं पर ग्रामीणों ने मृतकों को न्याय दिलाने गांव में सभा रखी, जहां आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बीजापुर विधानसभा के विधायक विक्रम मंडावी पर जमकर भड़ास निकाली। सभी में ग्रामीणों ने यहां तक कह दिया कि नेता लोग सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं और हम पर हमला करवाते हैं। एडसमेटा गोलीकांड 2013 में 3 बच्चे सहित 8 लोग मारे गए थे। उस समय सत्ता में बीजेपी और विपक्ष में कांग्रेस थी। जहां भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा था। कांग्रेस ने उस दौरान इस मामले की जांच करने कवासी लखमा के नेतृत्व में एक दल बनाया था, जहां दल ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि कांग्रेस की सरकार यदि बनी तो उन्हें न्याय जरूर मिलेगा । साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनी। पिछले साल विधानसभा में उठा था मामला हुआ यही, कांग्रेस की सरकार बनी तो कवासी लखमा मंत्री बने। विक्रम मंडावी विधायक की कुर्सी मिली, तो ग्रामीणों में उम्मीद जागी कि अब एडसमेटा गोलीकांड की फाइल खुलेगी। पिछले साल 14 मार्च को विधान सभा के बजट सत्र में यह मामला उठा। जस्टिस वीके अग्रवाल कमीशन से मामले की जांच की जाने की बात कही गई। इसके बाद भी अब तक कुछ नहीं हुआ। अब ग्रामीणों ने कह दिया कि सरकार बने 4 साल हो गया, इस साल चुनाव होगा, लेकिन कांग्रेस अपनी बात पर खरी नहीं उतरी। ग्रामीणों ने कहा – वक्त के साथ हमारी उम्मीद भी गुजर गई सभा में कांग्रेस को खरी खरी सुनाते हुए कहा कि गुजरते वक्त के साथ हमारी उम्मीद भी गुजर गई, नेता सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं। उन्हें ग्रामीणों की तकलीफ और परेशानियों से कोई लेना देना नहीं है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा और MLA विक्रम मंडावी दोनों चोर हैं। हमें न्याय दिलाना छोड़ हमपर हमला करवा रहे हैं। इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग लगातार जारी है। कल मनाई गई बरसीं ग्रामीण हर साल 17 मई को इस गोलीकांड की बरसीं मनाते हैं। बुधवार को भी इलाके के सैकड़ों ग्रामीणों ने गोलीकांड की 10वीं बरसीं मनाई। इस दौरान आस-पास गांव के ग्रामीण बड़ी संख्या में एडसमेटा पहुंचे और मृतकों के स्मारक में श्रद्धांजलि दी। और सभा का आयोजन कर सरकार पर कई आरोप भी लगाए। अब मुआवजा की मांग इस गोलीकांड में कारम पांडू, कारम गुड्डू, कारम जोगा, कारम बदरू, कारम सोमलु, कर्मा मासा, पूनम लाकु, पूनेम सोनू की मौत हुई थी । ग्रामीण अब इन सभी मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए देने और घायलों को 50-50 लाख रुपए देने की मांग पर अड़े हैं।