रायपुर- आज़ादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवम् निरंकारी राजपिता जी के पावन कर कमलों द्वारा आज प्रातः ८ बजे अमृत परियोजना के अंतर्गत स्वच्छ जल स्वच्छ मन का शुभारंभ यमुना छट घाट से किया गया । इसके साथ ही सत्गुरु माता जी के पवन आशीर्वाद से यह परियोजना समूचे भारत वर्ष के ११०० से अधिक स्थानों ७३० शहरों २७ राज्यों और केंद्रशसित प्रदेशों में विशाल रूप से एक साथ आयोजित की गई ।
बाबा हरदेव सिंह जी की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के दिव्य निर्देशन में अमृत परियोजना का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर रायपुर में महादेव घाट पर खारुन नदी के दोनों तटों की सफ़ाई मिशन के सेवादारों एवं सत्संग के लगभग ६०० से अधिक महात्माओं ने की।
इस परियोजना का शुभारंभ करते हुए सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमात्मा ने हमें ये जो अमृत रूपी जल दिया है तो हम सभी का कर्तव्य बनता है की हम सब उसकी उसी तरह संभाल करें। स्वच्छ जल के साथ साथ मनों का भी स्वच्छ होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इसी भाव के साथ हम संतों वाला जीवन जीते हुए सभी के लिये परोपकार का कार्य करते हैं।
संत निरंकारी मिशन के ज़ोनल इंचार्ज श्री गुरु बख्श सिंह ने विस्तृत जानकी देते हुए बताया कि महादेव घाट पर कई बार आकर इसका निरीक्षण किया गया की यहाँ सफ़ाई किस प्रकार से की जाये फिर एक योजना बना कर घाट के किनारों को चिन्हित किया गया एवम् ब्रांच की संगत को इसमें शामिल कर आज इस अभियान को प्रेम पूर्वक पूर्ण किया गया जिसमें सेवादल के भाई और बहनों का अमूल्य योगदान प्राप्त हुआ और यह कार्य सफलता पूर्वक संपन्न हुआ
कार्यक्रम के समापन पर सम्मिलित हुए अतिथि गणों ने मिशन की भूरी भूरी प्रसंशा की और साथ ही निरंकारी सत्गुरु माता जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा की मिशन ने जल संकट से बचाव हेतु जल संरक्षण एवम् जल निकायों की स्वच्छता जैसी कल्याणकारी परियोजनाओं को क्रियान्वित रूप दिया। संत निरंकारी मिशन समय समय पर ऐसी ही अनेक परियोजनाओं में सक्रिय रूप से सम्मिलित रहा है जिनमे विशेषत: पर्यावरण संरक्षण हेतु वननेस वन परियोजना और उसके उपरांत जल संरक्षण हेतु अमृत प्रोजेक्ट प्रमुख है।
संत निरंकारी मिशन के मीडिया प्रभारी प्रेम सिंह धमी ने यह जानकारी दी।