बिजली परिवहन के क्षेत्र में भारत में अपार संभावनाऐं है। यात्रा से लेकर माल ढुलाई तक जल परिवहन किफायती हैं। सरकार ने प्राथमिक प्रयासों के बावजूद इस क्षेत्र का पर्याप्त दोहन नहीं किया हैं। मौजूदा सरकार जल परिवहन को बढ़ावा देने में रूचि दिखा रही हैं। सांस्कृतिक, धार्मिक व एडवेंचर पर्यटन के लिहाज से भारत में अनेक संभावनाऐं हैं, बस इसे व्यवस्थित करने की जरूरत है। आज से गंगा विलास क्रुज की शुरूआत देश में नये क्रुज परिवहन नया दौर का सुत्रपात करेगा। गंगा विलास क्रुज दुनिया की सबसे बड़ी लम्बी नदी पर क्रुज यात्रा में रवाना होगी। इस दौरान 3000 कि.मी. का सफर करेगा। ये वाणानसी से असम के डिबू्रगढ़ तक जायेगा। प्रधनामंत्री नरेन्द्र मोदी ने गंगा विलास क्रुज को हरी झंड़ी दिखाई …………. का अर्थ गंगा अभियान को आगे बढ़ा है, ये क्रुज 25 अलग-अलग नदियों के धाराओं से गुजरेगा। जो लोग भारत के अलग-अलग खान-पान का अनुभव लेना चाहते है, उनके लिए इस क्रुज कि यात्रा रोमांचक होगी।