ब्यूरोचीफ
सुनील खोब्रगढ़े
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं म0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार एवं श्री दिनेश चंद्र थपलियाल, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बालाघाट के मार्गदर्शन में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा एवं भेदभाव को समाप्त किये जाने के उद्देश्य से एवं अंतर्राष्ट्रिय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर विशेष जागरूकता अभियान अंतर्गत आज दिनांक 10 दिसंंबर 2022 को ग्राम अमेड़ा में विधिक जागरूकता शिविर एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
ग्राम अमेड़ा की सरपंच श्रीमती टिकेश्वरी लिल्हारे द्वारा उक्त शिविर के आयोजन के लिए सहयोग किया गया तथा शिविर में उपस्थित मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। उक्त शिविर के मुख्य अतिथि श्रीमान दिनेश चंद्र थपलियाल, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा बताया गया कि मानव के द्वारा जन्म लेते ही प्रकृति द्वारा व्यक्ति को अधिकार मिल जाते है। व्यक्ति जन्म से एक जैसा होता है, उसे अच्छे संस्कार द्वारा ही अच्छा व्यक्ति बनाया जा सकता है।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा व्यक्त किया गया कि बच्चों को शिक्षा लेना बहुत आवश्यक है बगैर शिक्षा के व्यक्ति अपने अधिकारों को जान नहीं पाता एवं उसे शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। उक्त शिविर में विशेष अतिथित श्री आसिफ अब्दुल्लाह, जिला न्यायाधीश/सचिव द्वारा जिला प्राधिकरण की योजनाओं के संबंध में विस्तार से बताया गया। शिविर में श्री दिनेश कुमार प्रजापति, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकार एवं मौलिक कर्तव्य के बारे में बताया गया।
अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर ही वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक सुश्री रचना चौधरी द्वारा महिलाओं के अधिकार एवं उनके संरक्षण के लिए शासन की योजनाओं के संबंध में बताया। सुश्री रचना चौधरी द्वारा वन स्टॉप सेंटर के महत्व को बताते हुए उपस्थित महिलाओं को बताया गया कि महिलाएं चाहे वह किसी भी उम्र की हो या किसी भी स्थिति में वह यदि किसी भी प्रकार से पीड़ित है, चाहे वह घरेलू हिंसा हो, चाहे वह किसी भी प्रकार की उत्पीड़न से ग्रसित हो, वन स्टॉप सेंटर मेें आकर अपनी समस्याएं बता सकती है, जिसका त्वरित निराकरण किया जावेगा।
इस शिविर में आयुष विभाग द्वारा स्टॉल लगाकर दवाईयों का वितरण किया गया एवं स्वास्थ्य से संबंधी पीड़ित व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जॉच की गई। शिविर में मंच संचालन करते हुए जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री सोमनाथ राय द्वारा बताया गया कि उनका पद विधिक सहायता देने के लिए ही है। श्री सोमनाथ राय द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राज्य प्राधिकरण, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं को विस्तार से बताया गया तथा विधिक सेवाओं के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालाघाट में पहुंचकर अपनी समस्याओं से अवगत कराने का अनुरोध किया गया। इस शिविर में लगभग 585 लोग लाभांवित हूए। उक्त शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कमर्चारीगण, वनस्टाप के कर्मचारीगण, आयुष विभाग के कर्मचारीगण एवं पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा।