पुलिस चेतावनी के बावज़ूद जामिया के छात्रों ने CAA खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन शुरु किया!

लेकिन मतदान खत्म होने के साथ ही प्रदर्शनकारियों ने गेट नं.7 पर दोबारा प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं रविवार को सुबह से प्रदर्शन स्थल पर लोगों की संख्या कम थी, लेकिन दोपहर के बाद आस-पास के क्षेत्रों से लोग हाथों में तिरंगा लेकर भारी संख्या में पहुंचे।

शनिवार को रास्ता खाली होने से लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिली थी, लेकिन रविवार को रास्ता बंद होने के कारण आने जाने वाले लोगों को फिर से समस्या का सामना करना पड़ा।

वहीं प्रदर्शन स्थल पर कई सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता भी पहुंचे। पूरे दिन नारेबाजी के साथ प्रदर्शन चलता रहा। वहीं छात्र लगातार अपनी कला से जामिया की दीवारों पर कलाकारी कर रहे हैं।

जामिया में 12 फीट लंबा और 4 फीट चौड़ा इंडिया गेट बनाया गया है। उस गेट पर एनआरसी और सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों के नाम लिखे गए हैं।

वहीं पीएचडी छात्र फरहीन का कहना है कि अभी तक सरकार की तरफ से बातचीत की कोई पहल नहीं की गई है। अब दिल्ली चुनाव भी संपन्न हो गए हैं ऐसे में हमें सिर्फ कोर्ट पर ही भरोसा है।

शाहीन बाग में पिछले 57 दिनों से सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। वहीं प्रदर्शन की वजह से सरिता विहार से आने वाली सडक़ बंद है।

रविवार को प्रदर्शनकारियों ने एक अंतिम यात्रा (अर्थी) को निकलने के लिए रास्ता भी दिया। वहां लगे बेरिकेड को प्रदर्शनकारियों ने हटाया।

रविवार होने की वजह से प्रदर्शनस्थल पर लोगों की संख्या ठीक-ठाक दिखी। शाम होते ही लोगों की भीड़ बढ़ती गई। इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून पर पब्लिक लेक्चर का आयोजन भी किया गया।

जामिया में 2 महीने से चल रहे प्रदर्शन में छात्रों की उम्मीद सिर्फ कोर्ट पर ही टिकी हुई है क्योंकि केंद्र में सत्ताधारी पार्टियों का कोई भी नेता अब तक प्रदर्शनकारियों से मिलने नहीं पहुंचा है। जामिया के छात्रों ने चलो पार्लियामेंट नारा दिया।

संविधान पर हमले के खिलाफ और NRC CAA और NPR नहीं चलेगा। मार्च जामिया गेट नं. 7 से शुरू होकर पार्लियामेंट तक जाएगा। सोमवार को दोपहर 12 बजे मार्च शुरू होगा।