छत्तीसगढ़ के CM भूपेश पहुंचे अहमदाबाद

रायपुर। लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए मंगलवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक अहमदाबाद में होगी। इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल भी शामिल होंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अब सभी राज्यों को रोडमैप बताएंगे, जिस पर चलकर कांग्रेस केंद्र में अपनी सरकार बनाने की कोशिश करेगी।

कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 28 फरवरी को अहमदाबाद में रखी गई थी, लेकिन पुलवामा आतंकी हमला और उसके बाद देश में बने तनाव के हालात को देखकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बैठक को रद्द कर दिया था। अब लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग चुकी है, तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुला ली गई है। सोमवार शाम को बघेल बैठक में शामिल होने के लिए रायपुर से रवाना हुए।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी जो रोडमैप देगी, उसी के आधार पर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम, अभियान और सभाएं कराई जाएंगी। इस बैठक में यह भी तय हो जाएगा कि कांग्रेस को मोदी सरकार को घेरने के लिए किन मुद्दों को लेकर अटैक करना है।

कांग्रेस के खिलाफ भाजपा की तरफ से उठाए जाने वाले मुद्दों का काउंटर कैसे करना है, यह बताया जाएगा। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बाद 16 मार्च को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है, जिसमें राहुल गांधी प्रत्याशी तय करेंगे।

टिकट पर भी हो सकती है चर्चा

पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी में टिकट के लिए वर्ग व श्रेणी पर बात हो सकती है। कितने फीसद युवा या महिला प्रत्याशी उतारे जाने हैं, इस पर बात होने की संभावना है।

भूपेश बोले-भाजपा को देश से नहीं, दल से मतलब

मुख्यमंत्री व पीसीसी अध्यक्ष बघेल ने सोमवार को राजीव भवन में पत्रकार वार्ता ली। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के मुख्यामंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने 15 साल के कार्यकाल में क्या काम किया, उसे छांट लें और कांग्रेस सरकार के दो महीने के कामों से तुलना कर लें।

पता चल जाएगा कि कांग्रेस सरकार ने क्या काम किया है? बघेल ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सबको पता था कि लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर का मामला गरमाएगा या फिर, सीमा पर तनाव पैदा किया जाएगा। पहले राम मंदिर के मामले को गरमाने की कोशिश की, तो साधु-संतों ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का ही विरोध कर दिया। उसके बाद सीमा पर तनाव पैदा किया।

भाजपा को देश से नहीं, दल से मतलब है। बघेल ने यह भी कहा कि जब इस देश में सूट बदलने पर गृहमंत्री का इस्तीफा लिया जा सकता है, तो 40 जवानों के शहीद होने के बाद फोटोशूट कराने वाले प्रधानमंत्री का इस्तीफा क्यों नहीं लिया जा सकता है? बघेल ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार कौन है, इसका जवाब कौन देगा? देश जवाब मांग रहा है।

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