दुर्ग-
दुर्ग पुलिस ने पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया है जो नकली किन्नर बनकर लोगों से जबरन पैसा वसूलने का काम कर रही थीं। किन्नर समुदाय के लोगों ने महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक से इसकी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और नकली किन्नरों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा।
किन्नर समाज की अध्यक्ष जया बाई ने बताया कि नकली किन्नर बनकर महिलाएं उनकी कौम को बदनाम कर रही थीं। इसलिए वो लोग राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई में गई थीं। वहां उन्होंने आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक से मामले की शिकायत की। उन्होंने उन्हें बताया कि गौरिया देवरनिन महिलाए शहर में नकली किन्नर बनकर घरों में घुसकर जबरदस्ती पैसे मांग रही थीं।
पैसे नहीं देने पर वे लोगों की आंखों मिर्च पाउडर डाल देते हैं, उनके साथ मारपीट और लड़ाई झगड़ा करते हैं। शिकायत को महिला आयोग ने काफी गंभीरता से लिया। उन्होंने दुर्ग कोतवाली पुलिस को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा। इसके बाद दुर्ग कोतवाली पुलिस एक्टिव हुई और 5 नकली किन्नरों को पकड़ा।
जिला अस्पताल में लोगों से कर रहे थे वसूली
असली किन्नरों ने पुलिस को बताया कि 5 नकली महिलाए जिला अस्पताल के पास लोगों से जबरन पैसा वसूली कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। तब तक असली किन्नरों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले किया। पुलिस सभी को थाने लेकर आई और उनके खिलाफ कार्रवाई की गई
।लोगों से जबरन वसूलती थी पैसा
सिटी कोतवाली के उपनिरीक्षक प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि आज उन्हें सूचना मिली थी कि असली किन्नरों ने कुछ नकली किन्नरों को पकड़ा है। पुलिस की टीम वहां पहुंची। पुलिस ने मोहनी गौरिया, सुमन गौरिया, जलकी गौरिया, सलुज गौरिया और करिश्मा गौरिया को गिरफ्तार किया। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।