Home बालाघाट उत्तर सामान्य वन परिक्षेत्र लामता में तेंदुआ का आंतक,

उत्तर सामान्य वन परिक्षेत्र लामता में तेंदुआ का आंतक,

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वन परिक्षेत्र अधिकारी के नेतृत्व हो रही सर्चिंग, ग्रामीणों से सर्तक रहने की अपील

मुकेशरंगारे (विशेष प्रतिनिधि )
उत्तर सामान्य वन मंडल बालाघाट के अंतर्गत आने वाले उत्तर सामान्य वन परिक्षेत्र लामता इस समय तेंदुआ के आंतक को लेकर सुर्खियों में हैं। पिछले कुछ दिनों से तेंदुआ ने आधा दर्जन से अधिक मवेशियों का शिकार बनाया हैं। जिसके चलते वन विभाग की टीम वन परिक्षेत्र अधिकारी एन.के.काकोड़िया के नेतृत्व में गश्ती कर रही। वही लोगों से अनावश्यक जंगल में प्रवेश नहीं करने व शाम में अकेले नहीं निकले की अपील की गई है। इस संबंध में संबंधित ग्रामों में मुनादी भी करवायी गई हैं।
जानकारी के मुताबिक उत्तर सामान्य वन परिक्षेत्र लामता का अधिकांश क्षेत्र कान्हा और पेंच कारीडोर से जुड़ा हुआ हैं। जिसके कारण वन्य प्राणियों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई हैं। यहां पर बाघ, तेंदुआ, बायसन, सांभर, नीलगाय, भालू के अलावा भेड़िया की उपस्थिति पायी गई हैं। इन्ही वन्य प्राणियों द्वारा कई बार मवेशियों के शिकार किये जाने का मामला सामने आने लगा हैं। अभी हाल ही में खुरसोड़ा, नरसिंघा,लोटमारा सहित आसपास वन क्षेत्र में तेंदुआ की उपस्थिति देखी जा रही हैं। साथ ही उसके द्वारा आधा दर्जन मवेशियों का शिकार किया जा चुका हैं। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया हैं।
सप्ताह भर में आधा दर्जन से अधिक मवेशियों का बनाया शिकार
ग्रामीणों के पालतु मवेशियों का शिकार किये जाने की जानकारी के पश्चात वन विभाग भी सर्तक हो गया और तेंदुआ पर निगरानी रखी जा रही हैं। सीसीटीव्ही के माध्यम से उसकी गतिविधियों पर निगरानी की जा रही हैं। जानकारी में आया है कि तेंदुआ ने सप्ताह भर में आधा दर्जन से अधिक मवेशियों का शिकार किया हैं। प्रतिदिन वह एक मवेशी को अपना शिकार बना रहा हैं। ग्राम खुरसोड़ा निवासी बुधन पिता छन्नू लाल के बैल को तेंदुओं द्वारा शिकार बनाया गया और उससे बैल की मौत हो गई। दो तेंदुआ को इस तरह से शिकार करते हुये कैमरे में कैद किया गया हैं। इस सूचना पर वन परिक्षेत्र अधिकारी नरेश कुमार काकोड़िया व स्टाफ मौके पर पहुंचा और शव पंचनामा कार्यवाही कर मुआवजा प्रकरण तैयार किया गया हैं। इसी तरह से श्रीमती श्यामाबाई पति लालचंद की बकरी को अपना शिकार बनाया गया हैं। इसके अलावा राहुल पिता टेकराम मेरावी, रमेश पिता पुसु लाल गोंड, सुरेश कुमार पिता अमोल कुमार शर्मा, बुद्धनसिंह पिता छन्नुलाल गोंड, श्रीमती श्यामा बाई पति लालचंद मरार निवासी नरसिंगा के मवेशी का शिकार किये जाने की सूचना पर वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री काकोड़िया द्वारा टीम के साथ पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही की गई। साथ ही मुआवजा प्रकरण तैयार किया गया हैं।
वन परिक्षेत्र अधिकारी नरेश कुमार काकोड़िया ने बताया कि वन परिक्षेत्र के अंतर्गत वन्य प्राणी बाघ तेंदुआ द्वारा शिकार किये जाने की कुछ घटनायें हुई हैं। अब तक सप्ताह भर में छह-सात मवेशियों के शिकार किये गये हैं। जिसे देखते हुये ग्रामीण अचंल में वन कर्मचारियों और क्षेत्रीय जनता को अलर्ट कर दिया गया हैं। साथ ही उन्हें वन मार्गो से अकेला रात या दिन में आवागमन नहीं करने के लिये सचेत किया गया हैं। विद्युत करेन्ट भी नही बिछाने की अपील की गई हैं। जिससे कोई जनहानी न हो सके। क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई हैं और मुनादी भी की गई हैं। क्षेत्र में वन्य प्राणियों की संख्या में बढ़ोतरी होने से इस तरह की घटनायें हुई हैं। प्रभावित हितग्राहियों के मवेशी के मौत के बाद उनके मुआवजा प्रकरण तैयार किये गये हैं।