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राहुल गांधी के डंडा मारने वाली बात का पीएम मोदी ने दिया जवाब, कहा ‘जनसभा देखकर लगता है…..डंडे से बज जाऊंगा’

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सीएए लागू होने के बाद आज पहली बार असम के दौरे पर पीएम मोदी पहुंचे, पीएम मोदी ने कोकराझार में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने राहुल गांधी के डंडा मारने वाली बात पर जवाब देते हुए कहा कि इस विशाल जनसभा को देखकर लगता है कि माताओं-बहनों के आशीर्वाद से डंडे से बच जाऊंगा। उन्‍होंने कहा कि मैं असम बहुत बार आया, यहां भी आया, पूरे क्षेत्र में मेरा आना-जाना सालों से लगा रहा है, बहुत रैलियां देखीं, लेकिन इतना विशाल जनसैलाब नहीं देखा।

पीएम ने कहा कि आज जो उत्साह, जो उमंग मैं आपके चेहरे पर देख रहा हूं, वो यहां के ‘आरोनाई’ और ‘डोखोना’ के रंगारंग माहौल से भी अधिक संतोष देने वाला है, कभी-कभी लोग डंडा मारने की बात करते हैं, ऐसी माताओं के सहयोग से जितने डंडे पड़ जाएं, कुछ नहीं होगा.. आज आपको दिल की गहराई से गले लगाने आया हूं। आज का दिन उन हजारों शहीदों को याद करने का है, जिन्होंने देश के लिए अपने कर्तव्य पथ पर जीवन बलिदान किया।

पीएम मोदी ने दौरान कई मुद्दों पर अपनी राय रखी उन्होने कहा कि आज का दिन असम सहित पूरे नॉर्थ-ईस्ट के लिए 21वीं सदी में एक नई शुरुआत, एक नए सवेरे का, नई प्रेरणा को स्‍वागत करने का है। इस समझौते के लिए बहुत सकारात्मक भूमिका निभाने वाले All Bodo Students Union (ABSU), National Democratic Front of Bodoland (NDFB) से जुड़े तमाम युवा साथियों, BTC के चीफ श्रीहगरामामाहीलारे और असम सरकार की प्रतिबद्धता को अभिनंदन करने का हैं

पीएम ने कहा कि मैं न्यू इंडिया के नए संकल्पों में आप सभी का, शांतिप्रिय असम का, शांति और विकास प्रिय नॉर्थ-ईस्ट का स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं। ये शंकरदेव जी ही थे जिन्होंने सबको आदर्श जीवन जीने का मार्ग दिखाया। आज दशकों बाद इस पूरे क्षेत्र में व्यक्ति के विकास का यही मार्ग सशक्त हुआ। मैं सभी का मुख्य धारा में शामिल होने के लिए धन्यवाद करता हूं, मैं देश को यह भी जानकारी देना चाहता हूं। आपने एक नया इतिहास रचा है, इस आंदोलन से जुड़ी प्रत्येक मांग समाप्त हो गई है।

जो भी समझौता हुआ था पहले पूरी तरह से शांत नहीं हुआ था, अब किसी की कोई मांग नही बची और अब विकास ही हमारी पहली और आखिरी प्राथमिकता है और रहेगी, मुझसे जो हो सकेगा आपके बेहतरी के लिए वह मैं करूंगा, आप लोग बंदूक बम छोड़ कर आए हैं, इसका दर्द मैं समझता हूं, कितनी तकलीफ सही है आपने इसका अनुभव है मुझे।

मोदी ने कहा कि इस अकॉर्ड के तहत बोड़ो टेरिटोरियल का दायरा बढाया गया है, इसमें सभी की जीत हुई है, शांति की जीत हुई है इसलिए शांति के लिए ताली बजाईये, अकॉर्ड के तहत कमीशन भी बनाया जाएगा। इस क्षेत्र को 1500 करोड़ का स्पेशल पैकेज मिलेगा, बोडो जनजाति के विकास का रास्ता संरक्षित होगा, असम अकॉर्ड की धारा 6 को भी जल्द लागू किया जाएगा। जैसे चल रहा है वैसे ही चलते रहने के लिए छोड़ देना ठीक नहीं, हमने यहां रहने वालों को अपना माना, पराया नहीं माना । यहां पूरी तरफ लगभग शांति है और उग्रवाद खत्म की कगार पर है, जिस नार्थ ईस्ट में निवेश के लिए तैयार नहीं होता था आज वहां लोग निवेश करना चाह रहे हैं, इस नार्थ ईस्ट में जहां लोग जाने से डरते थे आज उसको लोग टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने लगे है।

पीएम ने कहा कि आज दिल्ली आप के दरवाजे पर आकर के सुन रही है, आज मुझे आप लोगों से बात करना था तो मैंने दिल्ली से संदेश भेज कर नहीं बात किया आपके पास आकर बात करना ठीक समझा, मैं और मेरी सरकार आपके बीच निरंतर आकर केंद्र सरकार की नीति बना रहे हैं, 14 वें वित्त आयोग में यह बढ़कर 3 लाख करोड़ मिलना तय हुआ है, 3 हजार किमी से ज्यादा सड़कों का निर्माण किया गया है, नए हाईवे, एयरपोर्ट बनवाए गए, यहां 1 हजार से ज्यादा वॉटरवे का निर्माण किया गया है। करीब ढाई दशक बाद हुए इस समझौते से लोगों को अपना स्थाई घर मिलना तय हो गया है।

मोदी ने कहा कि आज देश में हमारे ईमानदार सरकार के व्यक्तित्व से लोग उम्मीद करने लगे हैं, इन कैडर ने आधुनिक हथियार के साथ खुद को शांति को सरेंडर कर दिया, निरंतर प्रयास के बाद लोग हथियार छोड़ कर संविधान के प्रति समर्पित हो गए हैं। जो विचार रोड़े अटकाने की मानसिकता का प्रचार करते हैं, वह भारत को असम को समझ नहीं पाए है अब तक, जिस व्यक्ति ने अनेक जन्मों से पुण्य कमाया है, वहीं भारत में जन्म लेता है, भारत के निर्माण में असम ने बहुत सहयोग किया है। असम विरोधियों को न देश बर्दाश्त करेगा और न सहेगा, मैं असम के लोगों को आश्वश्त करता हूं कि सीएए से आप लोगों के सामान्य जीवन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

पीएम ने आगे कहा कि असम जैसी मिट्टी, असम जैसा व्यवहार, असम जैसी संस्कृति मिलना मुश्किल है, जिस प्रकार आपने सारी मांगें समाप्त कर आज बोड़ो समाज साथ आए हैं, उससे यह तय है कि बाकी मतभेद खत्म हो जायेगा, आपका स्नेह आपका आशीर्वाद मुझे निरंतर काम करने के लिए प्रेरित करता है, किसी भी प्राणी से बैर न रखने वाला ही मेरा साथी रहेगा, गीता में भी श्री कृष्ण ने यही कहा है, हिंसा से कभी कुछ नहीं हुआ और न कभी होगा, शायद हिंदुस्‍तान के किसी नेता को ऐसा आशीर्वाद न पहले मिला है और मुझे उम्मीद नहीं कि किसी और को मिलेगा। मैं आपका धन्यवाद करता हूं, आप शस्त्रों का त्याग करें, पूरे देश का आशीर्वाद आपके साथ है। जिनका अभी भी बंदूकों और बम से संबंध है, वे बोडो के लोगों से कुछ सीखें।